यह सुनेहरा असमान,
एक विशाल चित्रभूमियह समुन्दर की लहरें ,
असीम हैं उनके दायरेयह सूरज का ढलना,
ढलना फिर उभरनायह पंछीयोंकी उड़ान,
अमन का पैगामयह खूबसूरत समां,
हर दिन नया चित्रहार– Akky
I write <code/> and occasionally prose
यह सुनेहरा असमान,
एक विशाल चित्रभूमियह समुन्दर की लहरें ,
असीम हैं उनके दायरेयह सूरज का ढलना,
ढलना फिर उभरनायह पंछीयोंकी उड़ान,
अमन का पैगामयह खूबसूरत समां,
हर दिन नया चित्रहार– Akky